सर्दियों में शरीर को गर्म रखते हैं ये प्राणायाम

सर्दियों में शरीर को गर्म रखते हैं ये प्राणायाम

सेहतराग टीम

सर्दियों का मौसम चल रहा है। कड़ाके की ठंड और हाड को कपां देने वाली सर्द हवाएं लोगों को परेशान कर देती हैं। अब सर्दी से बचने के लिए लोग अलग-अलग तरह तरीके अपनाते हैं। जैसे खुद को सर्दी से बचाने के लिए लोग ज्यादा कपड़े पहनता है या फिर दिनभर 8-9 कप चाय-कॉफी पी जाते हैं। अब गौर करने वाली बात है कि ऐसा करने से आप खुद को हमेशा गर्म नहीं रख सकते हैं या आप हमेशा ऐसा लगातार नहीं कर सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप कुछ ऐसे तरीके अपनाएं जो आपको ज्यादा से ज्यादा समय तक राहत दिलाएं, जैसे आप गर्म तासीर वाली चीजों को खा सकते हैं। इसके अलावा कुछ आसान योगासन या प्रणायाम हैं जिनका कुछ समय तक अभ्यास करने से आपका शरीर गर्म रहेगा हैं साथ ही शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत होगी। इन्हें करने से आपको कोई नुकसान भी नहीं होगा।

विडियो देखें- खास सर्दियों में बीमारियों से बचने के लिए योगासन

ठंड से बचने के लिए करें ये आसन (Yoga or Pranayama for Winter in HIndi):

ठंड से बचने के लिए आप सर्वांगासन, चक्रासन, पवनमुक्तासन, धनुरासन, ताड़ासन, पश्चिमोत्तानासन कर सकते हैं। ये सभी आसन शरीर को अंदर से गर्मी रखने के लिए बहुत ही अच्छे माने गए हैं। साथ ही आप कई रोगों से भी बचे रहते हैं, आपका शरीर चुस्त-दुरुस्त बना रहता है। योग करने से शरीर में ऊर्जा का उत्पादन होता है।

सर्दी में करें प्राणायाम

ठंड के मौसम में सूर्यभेदी प्राणायाम, कपालभाति प्राणायाम करना चाहिए। इससे पिंगला नाड़ी का शोधन होता है। प्राणायाम का नियमित अभ्यास करने से व्यक्ति के कपाल की शुद्धि होती है। सर्दी के प्रकोप से खुद को बचाकर रखना है, तो यह बेहद ही फायदेमंद है। इसे करने से जठराग्नि (पेट के अंदर मौजूद शारीरिक ताप, जो भोजन पचाने का काम करता है) प्रदीप्त होती है।

इससे शरीर को ऊर्जा की प्राप्ति होती है। सर्दियों में आप भस्त्रिका प्राणायाम का भी अभ्यास कर सकते हैं। इससे भी आप अंदर से गर्म रहेंगे। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस करने से सांस की गति तेज होती है, जिससे शरीर को गर्मी मिलती है। शरीर अंदर से गर्म रहेगा तो आप एलर्जी, सांस से संबंधित रोगों, गले में खराश, सर्दी-जुकाम, खांसी, साइनस आदि कफ उत्पन्न करने वाली बीमारियों से छुटकारा मिलता है।

भस्त्रिका प्राणायाम करने का तरीका

  • सिद्धासन या सुखासन में बैठ जाएं।
  • अब कमर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए शरीर और मन को स्थिर रखें।
  • फिर तेज गति से सांस लें और तेज गति से ही सांस बाहर छोड़ें।
  • सांस लेते समय पेट फूलना चाहिए और छोड़ते समय पेट पिचकना चाहिए।
  • इससे नाभि स्थल पर दबाव पड़ता है।

कपालभाति प्राणायाम करने का तरीका

  • ध्यान के किसी आसन में बैठ जाएं।
  • अब आंखों को बंद कर लें। पूरे शरीर को ढीला छोड़ दें।
  • अब नाक से तेजी से सांस बाहर निकालने की क्रिया करें।
  • सांस को बाहर निकालते वक्त पेट को भीतर की ओर खींचें।
  • ध्यान दें कि सांस को छोड़ने के बाद, सांस को बाहर न रोककर बिना प्रयास किए सामान्य रूप से सांस को अन्दर आने दें।
  • इससे एक सेकेंड में एक बार सांस फेंकने की क्रिया कह सकते हैं।
  • इसके बाद सांस को अंदर लें। ऐसा करते वक्त संतुलन बनाए रखें।
  • वैसे दिल के मरीजों को कपालभाती प्राणायाम धीरे-धीरे करना चाहिए।

सूर्यभेदी प्राणायाम करने का तरीका

  • अपनी आंखों को बंद करके पद्मासन में बैठें।
  • अब दाहिने हाथ की अनामिका एवं छोटी ऊंगुली से बाईं नासिका को बंद करें। दाहिने नाक से सांस लें।
  • दाहिनी नासिका को अपने अंगूठे से बंद करें।
  • ठुड्डी को सीने के पास दबाएं और सांस को कुछ सेकंड के लिए रोकने की कोशिश करें।
  • अब अंगूठे से दाहिने नाक को बंद करके बाईं नाक से धीरे-धीरे सांस छोड़ें।

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सर्दियों में बेहतर सेहत के लिए योग टिप्स

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